हारा नहीं जो मुश्किलों से कभी .... छोड़ा नहीं जिसने कभी कोई काम यूँही सीखा है जिसने बस मंजिल को पाना... धुप में पाकर थोड़ी सी छाया जिसने सीखा नहीं बैठ जाना.... आग जिसमें लगन की जलती है कामयाबी भी तो अक्सर उसी को मिलती है